तीसरी लहर के लिए हर गांव पहले ही रहेगा तैयार गहलोत सरकार ने 11,341 पंचायतों को दो-दो कंसंट्रेटर और एक-एक जनरेटर सेट खरीदने के दिए आदेश

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जयपुर (दिया समाचार)- राजस्थान में कोरोना की रफ्तार धीमी हो गई है, लेकिन दूसरी लहर में गांवों में बुरी तरह फैले संक्रमण के बाद अब सरकार ने पंचायत स्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करने का फैसला किया है। हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और एक जनरेटर रखा जाएगा ताकि बिजली चले जाने पर भी इन्हें चलाया जा सकें। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर सेंट्रलाइजड खरीद होगी। इसके लिए 22 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 11341 जनरेटर खरीद की तैयारी शुरू हो गई है।


 पंचायतों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और जनरेटर खरीद के लिए वित्त विभाग ने मंजूरी दे दी है। ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग की सचिव मंजू राजपाल ने इसे लेकर आदेश जारी किए हैं। हर जिले में कलेक्टर, जिला परिषद सीईओ और सीएमएचओ मिलकर ऑक्सीजन और जनरेटर की जरूरत का आकलन करेंगे। इसके आधार पर जिलेवार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, जनरेटर की जरूरत के आधार पर खरीद के लिए ऑर्डर करेंगे। इनकी खरीद का काम राजस्थान मेडिकल सोसाइटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड करेगा।

​​​​​पंचायतों को खुद खर्च करना होगा

इसका पैसा सरकार नहीं देगी, पंचायतों को ही पांचवें वित्त आयोग से मिला पैसा देना होगा। ग्रामीण विकास विभाग के आदेशों के मुताबिक पंचायती राज संस्थाओं को पांचवें राज्य वित्त आयोग से साल 2020-21 में मिले अनुदान से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और जनरेटर खरीदने का भुगतान किया जाएगा। इस खरीद का पैसा सरकार नहीं देगी। यह पैसा जिले में पंचायतवार एक जगह करने की जिम्मेदारी जिला परिषद सीईओ को दी है। जिला परिषद सीईओ आरएमएसएल ​को भुगतान करेंगे।

567 करोड़ के आसपास खर्च आएगा

राजस्थान में अभी 11,341 ग्राम पंचायतें हैं। हर ग्राम पंचायत के लिए दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के हिसाब से प्रदेश भर के लिए कुल 22,682 की जरूरत होगी। 11,341 जनरेटर की खरीद होगी। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की एक यूनिट की कीमत 50 हजार से 1.25 लाख तक के बीच की है। जनरेटर की कीमत भी 1 लाख से 3 लाख के बीच आएगी। एक मोटे अनुमान के हिसाब से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और एक जनरेटर की कीमत 5 लाख के आसपास बैठती है तो प्रदेश की 11,341 पंचायतों के लिए अनुमानित लागत 567 करोड़ के आसपास होती है।

एक्सपर्ट बोले- प्लान अच्छा, लेकिन मेंटेनेंस की व्यवस्था भी हो

राजस्थान सरकार के कोरोना कोर ग्रुप के एक्सपर्ट और जाने माने अस्थमा विशेषज्ञा डॉक्टर वीरेंद्र सिंह ने कहा- पंचायत स्तर पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था करने से मरीजों को बहुत राहत मिलेगी, यह प्लान अच्छा है। इसमें एक चीज पर अभी से ध्यान देना होगा वह है आगे इनकी मेंटेनेंस की व्यवस्था कैसे होगी, क्येंकि बिना मेंटेनेंस ये खराब हो जाते हैं। पंचायतों के लिए जो भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे जाएं उनके समय समय पर मेंटेनेंस की व्यवस्था भी अभी से हो।

पंचायतों के पास पांचवें वित्त आयोग से मिला फंड मौजूद

पंचायताें के पास पांचवे राज्य वित्त आयोग से मिले अनुदान का फंड मौजूद है, लेकिन यह फंड मेडिकल में काम लेने से दूसरे काम के लिए पैसा नहीं बचेगा। राजस्थान पंचायती राज अतिरिक्त एवं सहायक विकास अधिकारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सोहनलाल डारा ने कहा- पंचायतों के पास फंड है, हमारे संगठन ने अप्रैल में ही इस मामले में सरकार का ध्यानाकर्षण किया था, लेकिन देरी से उठाया गया कदम स्वागत योग्य है। सरकार का यह कदम ग्रामीण अंचलों में प्राण वायु का काम करेगा।

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